What is coronavirus, structure. Types,effects of human, prevention, graff ( कोरोना वायरस क्या है ?? )
Coronavirus in hindi :- कोरोना वायरस coronaviridae family से relative होता है यह एक प्रकार Rhinovirus का होता है जो मुख्य रूप से श्वसन (Respiratory tract) संबंधी disease फैलाते है।
यह का viruses वह group होता है जो Mammals और Birds में disease उत्पन्न करता है ये virus common cold से लेकर कई dangerous lung disease भी उत्पन्न करते है।


ये काफी पुराने virus है जो समय समय कई dangerous disease पर फैलाते रहे है जैसेकि- SARS virus (Severe Acute Respiratory Syndrome) जो 2002 में चीन में दिखाई दिया जो कुछ महीनों के भीतर दुनिया भर में फैल गया था। इसमें बुखार, सूखी खांसी, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और सांस लेने में कठिनाई इत्यादि लक्षण दिखाई देते थे।
इसके सामान ही MERS virus (Middle East Respiratory Syndrome) है जो 2012 में फैल गया था जो मनुष्यों, चमगादड़ों और ऊंटों को संक्रमित करता है।
अभी फ़िलहाल जो coronavirus फैला है उसे SARS COV-2 नाम दिया गया है जो China(Bhuan) में सबसे पहले Novemberv 2019 में देखा गया था जिसके बाद यह लगातार फैलता रहा है और लगभग सभी देशो तक पहुंच गया है। coronavirus के ताजा आँकड़ो की जानकारी के लिए यहाँ click करे -
coronavirus world map
coronavirus indian Govt. site
अभी फ़िलहाल जो coronavirus फैला है उसे SARS COV-2 नाम दिया गया है जो China(Bhuan) में सबसे पहले Novemberv 2019 में देखा गया था जिसके बाद यह लगातार फैलता रहा है और लगभग सभी देशो तक पहुंच गया है। coronavirus के ताजा आँकड़ो की जानकारी के लिए यहाँ click करे -
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History of Coronavirus:-
Corona-virus सर्वप्रथम सन 1930 में A. Schalk और M.C.Hawn ने घरेलु मुर्गिओं के respiratory infection के रूप खोजा था। यह virus IBV (Infection bronchitis virus) था। सन 1940 में दो अन्य Animal coronaviruses, mouse hepatitis virus (MHV) और transmissible gastroenteritis virus (TGEV) खोजे गए थे।
Human coronaviruses सन 1960 के लगभग UK(United kingdom) और US(United states) में K.C. Kndall ,Malcom Byone और David Tyrrell ने दो different method के द्वारा Isolate किया गया। सन 2019(November) में SARS COV-2 virus Covid-19 Disease के रूप में जाना गया जिसकी संरचना लगभग SARS virus के सामान ही है इसीलिए इसे SARS COV-2 नाम दिया गया है।

Human coronaviruses सन 1960 के लगभग UK(United kingdom) और US(United states) में K.C. Kndall ,Malcom Byone और David Tyrrell ने दो different method के द्वारा Isolate किया गया। सन 2019(November) में SARS COV-2 virus Covid-19 Disease के रूप में जाना गया जिसकी संरचना लगभग SARS virus के सामान ही है इसीलिए इसे SARS COV-2 नाम दिया गया है।
Types of coronaviruses:-
coronaviruses को special characteristics और प्रभावित जीवो के आधार पर चार Genera (Groups) विभाजित में किया गया है-
1.Alpha-coronavirus
2.Beta-coronavirus
3.Gamm-acoronavirus
4.Delta-coronavirus


Alpha और Beta-coronaviruses मुख्य रूप से mammals (like humans,pigs,etc) में Disease उत्पन्न करते है तथा Gamma और Delta-coronaviruses मुख्य रूप से avian species (like Birds,Bats,chicken etc.) में Disease उत्पन्न करते है।
What is covid-19 ??
covid-19 coronovirus (SARS COV-2) से फैलने वाली Disease या Infection है बहुत ही Dangerous रूप से लोगो में फ़ैल रहा है। इस disease में हमारी शरीर का Respiratory system मुख्य रूप से प्रभावित होता है।
यह हमारे lungs के lobes में पहुंचकर lobar pneumonia उत्पन्न करता है। जब coronavirus हमारे शरीर में enter करता है तो हमारे शरीर की Antibodies उससे बचाने के लिए Mucus का secretion करती है जिसके फलस्वरूप lobar pneumonia (a disease where full with fluid ) उत्पन्न हो जाता है।
lobar pneumonia में हमारे lungs कीAlveoli जो मुख्य रूप से Gases-exchange का कार्य करती उनमे Mucus भर जाता है और वे Block हो जाती है जिससे साँस लेने कठिनाई उत्पन्न होती है।

कुछ patients जिनकी मृत्यु Covid-19 में हुई है उनके post martum से यह पता चला है कि इस Disease में हमारे respiratory tract में mucus की एक layer बन जाती है जो कि hard हो जाती है जिससे हमारा श्वसन मार्ग (Respiratory tract) block हो जाता है व सांस लेने में कठिनाई महसूस होने लगती है और अंततः सांस रुक जाती है।

कुछ patients जिनकी मृत्यु Covid-19 में हुई है उनके post martum से यह पता चला है कि इस Disease में हमारे respiratory tract में mucus की एक layer बन जाती है जो कि hard हो जाती है जिससे हमारा श्वसन मार्ग (Respiratory tract) block हो जाता है व सांस लेने में कठिनाई महसूस होने लगती है और अंततः सांस रुक जाती है।
structure of SARS COV-2:-
coronavirus (SARS COV-2) एक Rhinovirus होता है जिसकी structure लगभग SARS virus के सामान ही होती है। इसमें Single Stranded R.N.A. होता है जो चारो तरफ से Glycoprotein के एक मजबूत कवच से घिरा रहता है। इसकी सतह पर विशेष प्रकार के spike proteins पाए जाते है जिनके द्वारा यह Host cells में enter करते है।

यह spike proteins एक चाबी (Key) की तरह कार्य करते है coronavirus (SARS COV-2) हमारे शरीर की Epithelial cells को मुख्य रूप से Target करता है यह हमारे Lungs कीcells की membranes पर पाए जाने वाले receptor molecules सेspike proteins की help से जुड़ जाता है और उनके अंदर Enter कर जाता है
क्युकी यह एक Rhinovirus होता इसलिए यह अपनी संख्या में वृध्दि के लिए cells के Nucleus(Genetic Material) का use नहीं करता है वल्किcells के Ribosomes के द्वारा अपने R.N.A.को Replicate करता है और अपनी संख्या में वृद्धि करता रहता है।

यह spike proteins एक चाबी (Key) की तरह कार्य करते है coronavirus (SARS COV-2) हमारे शरीर की Epithelial cells को मुख्य रूप से Target करता है यह हमारे Lungs कीcells की membranes पर पाए जाने वाले receptor molecules सेspike proteins की help से जुड़ जाता है और उनके अंदर Enter कर जाता है
क्युकी यह एक Rhinovirus होता इसलिए यह अपनी संख्या में वृध्दि के लिए cells के Nucleus(Genetic Material) का use नहीं करता है वल्किcells के Ribosomes के द्वारा अपने R.N.A.को Replicate करता है और अपनी संख्या में वृद्धि करता रहता है।
difference between rhinovirus and retrovirus:-
retrovirus एक प्रकार का RNA virus होता है जो के host cell अंदर enter करके अपने R.N.A. को D.N.A.(Nucleus) के द्वारा Replicate करता है जबकि Rhinovirus ऐंसे virus होते है जो cells के Ribosomes के द्वारा अपने R.N.A.को Replicate करते है।

Rhinovirus मनुष्यों में सबसे ज्यादा common viral infection फैलाते है Rhinovirus Enterovirus वंश के अंतर्गत Picornaviridae family संबंदित होते है।

Rhinovirus मनुष्यों में सबसे ज्यादा common viral infection फैलाते है Rhinovirus Enterovirus वंश के अंतर्गत Picornaviridae family संबंदित होते है।
what is spike protien:-
Coronavirus के spike protein मुख्य रूप से fusion proteins होते हैं जो highly glycolyted होते है और इनमें amino acids भी बहुत अधिक मात्रा में पाए जाते है।

यह spike proteins virus को cells की surface में enter करने के लिए एक चाबी (Key) की तरह कार्य करते है।
Coronavirus(SARS COV-2) के spike proteins को मुख्यतः दो domains में विभाजित किया गया है-
पहला N-terminal domain(NTD) जिसे S1 कहते है तथा दूसरा C-Terminal domain(CTD) जिसे S2 कहते है।

यह spike proteins virus को cells की surface में enter करने के लिए एक चाबी (Key) की तरह कार्य करते है।
Coronavirus(SARS COV-2) के spike proteins को मुख्यतः दो domains में विभाजित किया गया है-
पहला N-terminal domain(NTD) जिसे S1 कहते है तथा दूसरा C-Terminal domain(CTD) जिसे S2 कहते है।
symptoms of SARS COV-2:-
covid-19 (SARS COV-2) में लगभग Pneumonia के सामान ही लक्षण दिखाई देते है जो कुछ इस प्रकार होते है-
1.SARS COV-2 से infect होने के बाद प्रारंभिक रूप से cold ,fever, cough इत्यादि लक्षण (symptoms) दिखाई देते है।
2.कुछ लोगो को गले मे दर्द एवं breathing problem(सांस लेने में परेशानी) भी आने लगती है।
4.इसके लक्षण सामान्य तौर से तो लगभग4-6 दिनों के अंदर दिखाई देने लगते है परंतु कुछ cases में 14 दिन तक का समय भी लगता है और अंत मे acute pneumonia के समान लक्षण दिखाई देते हैं।
Laboratory tests for covid-19 :-
Covid-19 (SARS COV-2) की testing के लिए laboratories में मुख्य रूप से दो methods का use किया जाता है-
1.RT-PCR (Reverse transcription polymerase chain reaction)
2.Q-PCR (quantitative PCR)/Real time PCR

1.RT-PCR (Reverse transcription polymerase chain reaction)
2.Q-PCR (quantitative PCR)/Real time PCR

RT-PCR Laboratory में use की जाने वाली वह process होती जिसमे RNA का Transcription DNA में किया जाता है और इस DNA को cDNA (Complementory DNA) कहते है।
Q-PCR को Real time PCR भी कहते है इस method का use specific Type के RNA की Quantity (मात्रा) ज्ञात करने के लिए किया जाता है।
इसके अतिरिक्त antibodies आधारित test भी किये जाते परंतु उनके result विश्वनीय नही होते है।
sample collection procedure :-
Covid-19 (SARS COV-2) के लिएnasopharyngeal specimens collec t किया जाता है जिसे एक UTM/VTM (Universal/Viral Transport Medium) में transfer किया जाता है। इसके लिए nasal एवं throat दोनो स्थानों से sample collect किया जाता है।
collection के लिए flexible NP swab stick का use किया जाता है जिसे नाक या मुँह के द्वारा pharynx की surface पर rough किया जाता है और इस NP swab को UTM में transfer किया जाता है।
PPE Kit का use सभी प्रकार के infections से protection के लिए किया जाता है।
अलग अलग कंपनियों के द्वारा कई design में PPE Kit बनाई जाती है और उनकी गुणवत्ता भी अलग अलग होती है।
collection के लिए flexible NP swab stick का use किया जाता है जिसे नाक या मुँह के द्वारा pharynx की surface पर rough किया जाता है और इस NP swab को UTM में transfer किया जाता है।
What is PPE Kit ??
PPE(personal protective equipment) kit एक ऐसा equipment होता है जिसका use health risk को कम करने के लिए किया जाता है।
PPE Kit का use सभी प्रकार के infections से protection के लिए किया जाता है।
अलग अलग कंपनियों के द्वारा कई design में PPE Kit बनाई जाती है और उनकी गुणवत्ता भी अलग अलग होती है।
how to protect yourself from covid-19 :-
Covid-19 से बचाव का सबसे आसान तरीका social distansing है।अगर हमें अपने आप को इस महामारी से बचना है तो खुद को अन्य लोगो से दूर रखना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि इस Disease में प्रारंभिक अवस्था कोई विशिष्ट लक्षण दिखाई नहीं देते है। यहाँ हम कुछ बातो के बारे मे समझते है जिनके द्वारा हम इस Disease से अपने आप को व अन्य लोगों को सुरक्षित रखा जा सकता है-
1.समय-समय पर अपने हाथों को साबुन या alcohol based hand-rub से धोते रहे।
1.समय-समय पर अपने हाथों को साबुन या alcohol based hand-rub से धोते रहे।
2.अपने हाथों से नाक, आँख, मुँह इत्यादि को छूने से बचें।

3. किसी भी वस्तु इत्यादि को छूने के बाद 70% alcohol based senetizers से हाथ साफ करें।

3. किसी भी वस्तु इत्यादि को छूने के बाद 70% alcohol based senetizers से हाथ साफ करें।
4. अगर किसी व्यक्ति को सर्दी, जुकाम, बुखार हो तो उससे दूरी बनाए रखे।
5.अपने मुंह पर रुमाल या mask को बाँध कर रखे।
6.अपने local health authority के directons को follow करें।
7.अगर आपको सर्दी, जुकाम, बुखार इत्यादि के लक्षण दिखाई दे तो तुरंत किसी पास के hospital में जाकर doctors को दिखाए।
8.अंत मे सबसे अहम घर पर रहे सुरक्षित रहे।
मेरी इस post को पढ़ने के लिए सादर अभिवादन आप अपने feadback comment sections में दे सकते हैं।
5.अपने मुंह पर रुमाल या mask को बाँध कर रखे।
6.अपने local health authority के directons को follow करें।
7.अगर आपको सर्दी, जुकाम, बुखार इत्यादि के लक्षण दिखाई दे तो तुरंत किसी पास के hospital में जाकर doctors को दिखाए।
8.अंत मे सबसे अहम घर पर रहे सुरक्षित रहे।
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Microbiology